Mangal Dosha Remedies
वैदिक ज्योतिष
जब मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में स्थित हो, तो कुंडली में मंगल दोष माना जाता है और व्यक्ति को 'मांगलिक' कहा जाता है। इसकी एक उल्लेखनीय व्याख्या युद्ध के ग्रह मंगल की उग्र प्रकृति के कारण है। मंगल दोष की उपस्थिति के गंभीर परिणाम होते हैं।