दिवाली को रोशनी के त्योहार के रूप में भी जाना जाता है। सुख और दुख इस नश्वर जीवन के अलग-अलग लेकिन अपरिहार्य पहलू हैं, लेकिन हमें अपनी आगे की यात्रा को जारी रखने की जरूरत है। जैसे दीया की बत्ती जलती रहने के लिए तेज हवाओं से लड़ती है, वैसे ही हमें अपने संघर्षों का सामना करना चाहिए और उन्हें जीतना चाहिए, न कि दुख को अपने ऊपर बादल बनने देना चाहिए।
Diwali Puja Muhurat Procedure